#adityamishravoice #dark_talk #life_lesson #Hindi #अंधेरा #बात #अंधेरे #अंधेरे_से_बात #हिंदी #काम_की_बात
थोड़ा उजालों से दूर हटो, कुछ बत्तियां बुझा दो। घर के भीतर अंधेरे को आने दो। आने दो, उस विशाल साम्राज्य को जिसकी डोर और छोर का पता नहीं चलता है। इस मुलाकात का भी मज़ा लो, उजाले के बाद का मज़ा लो।
थोड़ी तुम अपनी कहो, थोड़ा उनकी सुनो। अंधेरे की बात का अंधेरे में मज़ा लो। कहने सुनने में अजीब लगता है पर, अंधेरा भी हमारा एक अभिन्न अंग है। आप जितना ज़्यादा अपने सभी भागों से तालमेल रखेंगे उतना ही आपका विकास होगा।
दोस्तों, ज़िंदगी का बड़ा सबक हमें उजाले में नहीं, अंधेरे में ही मिलता है। आप ज़रा उस अंधेरे के विशाल व्यक्तित्व को सोच कर देखें, मन डर सा जाता है।
प्रायः हम अंधेरे में निष्क्रिय हो जाते हैं, सो जाते हैं। कभी जागकर देखो, सब कुछ दिखाई देता है। कई बातें, कई यादें, कई चेहरे और कुछ नकाब सब साफ नज़र आता है।
थोड़ा अपने घर के दरवाजों को बंद करके, मन के दरवाज़ों को खोलो। घर की लाइट बंद कर, मन की लाइट जलाओ। सच में आपके कई सवाल और उनके जवाब मिल जाएंगे।
बहुत बड़ा सच है कि जब कुछ समझ ना आए तो तभी हमें सबसे ज़्यादा समझने की जरूरत होती है। हम उजाले में सदा अच्छा दिखने और अच्छे बने रहने का प्रयास करते हैं। पर अंधेरे में हमारा वास्तविक रूप नज़र आता है। इसीलिए अपनी वास्तविकता का ध्यान रखो।
नित नया आगाज़ करो, जब भी वक्त हो अंधेरे से बात करो।
-AdityamishraVoice
बिलकुल सच कहा।
LikeLiked by 1 person
बहुत धन्यवाद आपका
LikeLiked by 1 person
सही कहा
LikeLiked by 1 person
Thanky
LikeLike
Bahut khub likha hai ….
LikeLiked by 1 person