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सूरज दरवाजे पर दस्तक देने वाला था और चिड़ियों का एक झुंड तैयार हो रहा था। तभी सुबह की पहली किरण से पहले बूंद बरसने लगी। सुबह का यह ऐसा वक्त होता है, जब गहरी नींद भी आती है और गहरा तप भी किया जाता है। कुछ लोगों के अनुसार सुबह नींद अच्छी आती है, वहीं कुछ का मानना है कि इसी वक्त में हम पूरे दिन का निर्धारण करते हैं। लेकिन आज तो सब पानी पानी हो गया, बारिश की बूंदों ने सब कुछ भिगो दिया।
खैर, शरीर जब बिस्तर छोड़ देता है फिर रुकने का कोई सवाल नहीं उठता। इसीलिए बारिश की बूंदों से दो-दो हाथ करने बाहर निकल पड़े। धूल मिट्टी पर बारिश की बूंदे पड़कर सिमट जा रही थी, एक भीनी खुशबू हवा में फैल रही थी। चिड़ियों ने घर से बाहर कदम रखा। खुले आसमान में उड़ान नहीं भरी, लेकिन एक डाली से दूसरी डाली सैर करना शुरू कर दिया। धीरे धीरे हवाएं तेज होने लगी। सीधी गिर रही बारिश की बूंदे, तिरछी कटार सी धरती को भेदने का प्रयास करने लगी। डालियाँ एक दूसरे से टकरा रही थी, ऐसा लग रहा था जैसे एक भाई दूसरे को मारने की कोशिश कर रहा है। पेड़ की जड़ें फिर भी घर को संभालने के लिए धरती का दामन थामें रखी थीं। लेकिन ज्यादा देर तक उनसे यह तू तू मैं मैं सहन ना हुई, जड़ों ने डालियों तक फरमान भेजा- “शांत हो जाओ, ऐसे वक्त में लड़ना हमारे विनाश का कारण हो सकता है”. लेकिन कौन किसकी सुनने वाला था, परिणाम भी वैसा ही हुआ। डालियां टूट कर जमीन पर गिर गई, पेड़ “शोले के ठाकुर” जैसा बिना हाथ का खड़ा रहा। पछतावे का आंसू जरूर बहाता, लेकिन बरसात पहले से ही हो रही थी। चिड़ियों ने भी घर के भीतर जाना ही मुनासिब समझा।
बारिश ने धीरे-धीरे विकराल रूप धारण कर लिया। जो बूंदें अभी तक धूल में सिमट रही थी, उन्होंने धूल को समेटना शुरू कर दिया। सुबह के उजाले का इंतजार करने वाले अभी भी इंतजार ही कर रहे थे। सूरज तो निकल आया था लेकिन बादलों की दीवार ने सब कुछ ढक लिया था। लेकिन इनके बीच से कुछ किरणें विरोध की पुरज़ोर कोशिश में थीं। हालांकि एक बात है, सूरज की रोशनी बादलों से कभी रुकी नहीं है। खुद वह दिखाई दे ना दे, पर अंधेरा नहीं रहने देता। बस यही हिम्मत उस टूटे पेड़ और चिड़ियों के शोर को जिंदा रखे हुए है।

– Adityamishravoice
Twitter- @voiceaditya
Do you have translations?
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I originally write in hindi then translate in English. Sometimes i use google translate also.
Why something is wrong?
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Nice one!!
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Thanks Era
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You’re welcome 😊
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Nice post….
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Thanks Nabeela
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Very well written. I hope this rain cooled your heart down of the heat….
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🤣 yes hope so.. Thanks
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